शामो सुबह तुम रहती हो दिल में मेरे पर ना जाने क्यूं ये दिल ढूंढता है तुम्हे
वो रास्ते वो झीलें जहां कभी मिलते थे हम आज वो सिर्फ सपनो में याद करते हैं हम
शामो सुबह तुम रहती हो दिल में मेरे पर ना जाने क्यूं ये दिल ढूंढता है तुम्हे
वो रास्ते वो झीलें जहां कभी मिलते थे हम आज वो सिर्फ सपनो में याद करते हैं हम
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